लिखिए अपनी भाषा में

Sunday, August 15, 2010

क्या कहूं ??

क्या कहूं और कैसे कहूं  ?
कभी सोचा नहीं है इस बारे में ,
ब्लॉग लिखने के  बारे में ज्यादा कुछ तो नहीं जानती पर शुरुआत करने में कोई बुराई नहीं है एसा सोचती हूँ ...
और शुरुआत कभी भी की जा सकती है .........
.मित्रों क ब्लोग्स पढ़ पढ़ कर अपने  अनकहे पलों को भी दूसरों से बांटने की इच्छा हुई .......
और इसे ही ब्लॉग लिखने की शुरुआत मान लिया है .....अच्छा  है या बुरा ये तो नहीं जानती
पर आपकी प्रतिक्रिया जरूर जान ना चाहूंगी  .............शेष फिर

 स्मिता

4 comments:

  1. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  2. haan mammy, socho mat aur jaldi hi kuch likho..
    intzaar me..

    Betu

    ReplyDelete
  3. बढिया प्रयास है... लिखते रहिये

    ReplyDelete