लिखिए अपनी भाषा में

Wednesday, February 25, 2015

यूँ ही ……


  



अभी कुछ दिनों पहले ..किसीकी (नाम बताना मना है )   गाड़ी से गोंडा तक जाना हुआ.....उस गाड़ी में जो म्यूजिक सिस्टम लगा हुआ था.....उसमे कोई ऐसी प्रॉब्लम   थी....कि..एक गाना पूरा बज जाने के बाद यदि किसी कारण से गाड़ी रुक गई..तो वो गाना फिर से पूरा बजता था...यहां तक कि कोई हल्का सा झटका  भी लग जाये तो भी म्यूजिक   सिस्टम खुद से बंद होके  फिर से स्टार्ट हो जाता था...और फिर वही गाना चालू.......करीब ३  घंटे के सफर में हमने (मैं मेरा बेटा और मेरे पतिदेव )एक पुराना गाना "शीशा हो या दिल हो आखिर टूट जाता है " कम से कम २० बार तो सुना ही होगा ......पहली और दूसरी बार तो ये कहा गया कितना अच्छा और मधुर गाना है....पहले कितनी सुरीली धुन के गाने बनते थे..वगैरा वगैरा.........फिर तो सुनते सुनते  हद्द हो गयी...शायद उस सीडी के अलावा उनके पास और कोई सीडी नहीं था......नतीजा ये हुआ....कि वो गीत मुझे  अच्छी तरह याद हो गया है.....अब अगर किसी परीक्षा में ये गीत लिखने को आ जाये तो मुझे पूरे अंक मिल सकते हैं......और ये भी पता चल गया है कि शीशा हो या दिल हो आखिर टूट जाता है.....