आज सोने का मूड नहीं है...बेहद खुशगवार सा मौसम है.....बहुत दिनों के बाद....हलकी हलकी ठण्ड .....बारिश की धीमी टिपटिप सुनाई दे रही है....देर रात में होने वाली बारिश ...जब कोई भी डिस्टर्बेंस न हो ....सिर्फ एक ख़ामोशी में लिपटी हुई , लगातार सुनाई देती एक सी धुन........मुझे हमेशा से बहुत प्रिय है........एक कप कॉफ़ी और राहत इंदौरी को पढ़ना......इस समय यही अच्छा लग रहा है.......
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