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Sunday, November 8, 2020

8.11.2016(एक कष्टप्रद याद)

अभी  कुछ देर पहले  कैम्पस की इकलौती मिठाई की दुकान पर गई कि अपने   पांच सौ का नोट चेंज करवा कर रख लूं 😊😊😊पर वहां नारायण स्वीट हाउस का सहायक वो नोट देख कर इतना बिदक गया  कि जैसे  मैने  कोई छुतहा सामान उसके रैक पर रख दिया हो..... दस मिनट के अंदर तीन बार उसके सेठ जी का फोन आ गया  कि किसी  का 1000-500 का नोट मत लेना  जैसे  कोई  गंदी  बीमारी फैल गई हो..... बगल की दुकान के साहू जी  सामान देने और दो चार दिन बाद में  पैसा लेने  को तैयार  हैं   पर अभी  1000-500 का नोट छूने को भी  राजी नहीं.... हद है भई!!!!!!!

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