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Monday, September 7, 2020

यादें..

क्लास 6-7 की बात है हमारे स्कूल मे एक "शरद श्रीवास्तव" दीदी (तब हम लोग लेडी टीचर्स को दीदी ही कहते थे) आईं थीं, अपनी तिरछी मांग, और माथे पर गिरते बालों को चिपका कर कानों को ढंकते हुए बालों की लंबी चोटी,सुंदर और  कुछ कुछ लीना चंदावरकर से मिलती जुलती शख्सियत की दुबली पतली सुंदर सी वो अध्यापिका मुझे और मेरी परम सहेली Rashmi Asthana को पहले दिन ही इतनी भा गईं कि हम प्राणपण से उनकी कृपा दृष्टि के लालायित हो उठे थे.... उनका हर कार्य करने को इच्छुक 😊😊😊 उन्होंने सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही ज्वॉइन किया था पर इस बीच में ही हम उनके घर तक जा पंहुचे थे.... और आज भी वो मेरी यादों में शामिल हैं 😊😊😊😊😊

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