लिखिए अपनी भाषा में

Sunday, August 10, 2014

बस्स्स यूँ ही …

 

हाहा .
मुद्दतें हो गईं मुझे राखी पर किसी ने कोई गिफ्ट नहीं दिया.... ...और अगर किसी बार किसी कारण से राखी समय से नहीं पहुँच पाई तो तंज़ करने से नहीं चूके... ...बच्चो के साथ भी राखी का त्योहार मनाए कई साल बीत गये हैं .....आज फिर ऐसा है कि सभी बाहर हैं...मै एकाकी. . क्या बनाऊँ....क्या मनाऊँ...समझ नही पा रही..... . ....अपने दोनों प्यारे भाइयों को राखी पर बहुत सारा आशीर्वाद भेजती हूँ.... और सभी भाइयों को ढेर सी स्नेहिल शुभकामनाएँ.....

राखी सभी के लिए मंगल मय हो.........मेरे पतिदेव के लिए भी मेरी राखी की अनगिनत शुभकामनायें.......मैं हर साल उन्हें भी राखी बांधती हूँ......आखिरकार..मेरे असली रक्षक तो वे ही हैं.....और गिफ्ट्स भी मुझे उनसे ही मिलते हैं हाहाहाहा

No comments:

Post a Comment