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Wednesday, September 30, 2020

एक पुरानी याद

सामने की सीट पर एक फेमिली है पांच छः लोगों की.... मुंबई जा  रहे हैं.... अभी करीब एक घंटे तक टीसी से बकझक  हुई है 😠😠 सारे अगल  बगल के लोग सकते में आ गये हैं उस महिला का रौद्र रुप देख कर..... गर्मी और उमस से पहले ही सब चिढ़ हुए हैं...... वो बार बार अपनी बेटी से अपने किसी ज़फ़र मामू को फोन लगाने को कह रही है जो शायद रेल्वे की किसी बड़ी पोस्ट पर हैं.... यदि उस महिला का रुआब  देखा जाय तो शायद सुरेश प्रभु से एक दो सीढ़ी ही नीचे होंगे......😁😁😁😁😁 पर उस टीसी पर कोई असर नहीं पड़ रहा है...... वो पूरा वसूलने के मूड में है....... परिवार का सबसे छोटा बच्चा जमीन पर बैठ गया है और नीचे पडे जूते चप्पलों में व्यस्त है..... पर किसी को भी  उसकी  फिक्र नहीं  है.... क ई बार जी में आया कि उसकी  मां को कहूं कि उसे उठा ले......पर... बस खिड़की की तरफ मुंह घुमा के बैठ गई हूं...... किसी से बात करने को जी नहीं  चाह रहा😕😕😕😕

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