भगवान् सब पर कृपा दृष्टि बनाए रखें 🙏🙏इधर कुछ समय से रातोंदिन झूठी, मक्कारी भरी, फरेबी बातें सुनते सुनते जी इतना उचाट हो गया है कि क्या कहें......मन बहुत कच्चा सा है इन दिनों.... न चाहते हुए भी कहीं से कहीं पंहुच जाता है...हर बात पर जी भर आता है जैसे.....
हर बात जैसे जख्म पर से पपड़ियाँ नोच दे रही है 😢😢😢😢
ऐसा समय हो गया है कि बस अब दिलासा देने वाली बातें ही अच्छी लगती हैं.... अब इस पर नहीं जाना चाहिए कि ये झूठ है गप्प है.... बस जो थोड़ा सुकून दे...ढाढस बंधाए... मन बस वही सुनना चाहता है....
कुछ अनकहे पल ..कुछ अनकही बातें ......कुछ अनकहे दर्द कुछ अनकहे सुख ......बहुत कुछ ऐसा जो सिर्फ महसूस किया .....किसी से बांटा नहीं . ...बस इतना ही .......
लिखिए अपनी भाषा में
Saturday, September 19, 2020
बस्स यूं ही
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment