"टाइटैनिक" मेरी पसंदीदा फिल्मों में सबसे खास स्थान रखती है...अभी तक कितनी ही बार देख चुकी हूँ और अभी भी बिना ऊबे देख सकती हूँ....लेकिन अफसोस है कि अभी तक मैने थियेटर में जाकर ये फिल्म नहीं देखी है... जिस समय ये रिलीज हुई... सभी देखने वालों ने ये बताया कि बड़े पर्दे पर समुद्र के दृश्य बहुत ही विकराल और भयावह रूप में दिखते हैं.... (विकराल और भयंकर डायनासोर वाली "जुरासिक पार्क" कुछ ही दिनों पहले देखी थी.... और कई दिनों तक सो नहीं पाई थी)इस लिए हिम्मत नहीं जुटा पाई हाल में जाकर देखने की🙄🙄 पर एक दिन अपने घर पर ही पेंटिंग क्लास के दरम्यान टीवी पर वीडियो कैसेट लगा कर अपनी छात्राओं के साथ देखा..... सभी बेहद रूचि और तन्मयता के साथ देखते रहे.... और आखिरी दृश्यों में जब जैक के ठंड से अकड़े हुए हाथ उस तख्ते को (जिस पर रोज़ लेटी हुई सितारों को देख रही है..)छोड़ देते हैं और वो धीरे-धीरे समुद्र में समाता चला जाता है....ये दृश्य देख कर हम सभी एक साथ रोए थे.....सचमुच गजब के भावुक दृश्य थे...
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