मैने बाहर जाकर दूसरे लोगों से मिलने को.... खुशी महसूस करने का जरिया नहीं समझा कभी... . मुझे लंबी लंबी शामों को चाय पीते हुए अपनी आराम कुर्सी में अधलेटे बैठ कर कुछ पढना या लिखना और घर में शांति से समय बिताना ज्यादा पसंद है...... मुझे पतिदेव और बच्चों के साथ घर में रहने से ज्यादा खुशी किसी और चीज से नहीं मिलती है.'
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