इस बार का पटना प्रवास दो तीन मायनों में बेहद अच्छा रहा....सबसे पहला तो छोटी मौसी को उनके मेजर अॉपरेशन के बाद स्वस्थ और प्रसन्न देखना.... दूसरा लगभग 40 - 41 साल बाद फाइन आर्ट्स कॉलेज के अपने पतिदेव के भी सीनियर @Ashok Tiwari दादा से सुखद मुलाकात और फेसबुक की कुछ लाजवाब शख्सियतों में से एक हमारे प्रिय Dhruv Guptभइया से बेहद आत्मीय मुलाकात 😊😊😊😊.....मौसा जी के छोटे भाई Yashwant Mishra जी के साथ ध्रुव भइया के निवास पर उनकी खूबसूरत लाइब्रेरी में बिताए दो ढाई घंटे अविस्मरणीय रहेंगे..... मैं उनके लिए अपनी बनाई हुई एक छोटी सी पेंटिंग ले गई थी...भइया ने जितने प्यार और उत्साह के साथ उस गिफ्ट पैक (मेरे पतिदेव द्वारा बनाया गया) को खोला और उठ कर अपने हाथों से दीवार पर सजा दिया....वो मेरे लिए पुरस्कार से कम नहीं है 😍😍😍 बहुत देर तक ढेरों बातें हुईं...कुछ बढ़िया यात्रा प्रोग्राम बनाए गए.... मुझे बेसब्री से इंतजार है...उस प्रेरक यात्रा का😊😊
.
ध्रुव भइया की शानदार लंबाई, भव्य पर्सनैलिटी और बेहद सरल और सहज स्वभाव ने हम दोनों को बहुत प्रभावित किया....भाभी जी, उनकी अच्छी सी बहू और बेटे से भी मुलाकात हुई.... दुलारी अनाहिता बहुत ही सुंदर और प्यारी है...
भइया की दो पुस्तकें जो मैं काफ़ी दिनों से तलाश रही थी....वो भी मुझे उनके हस्ताक्षर सहित प्राप्त करने का सौभाग्य मिला 😊
No comments:
Post a Comment