लिखिए अपनी भाषा में

Sunday, August 11, 2024

😔

 मैं तो शायद ही कभी पहनती होऊं.... पर कलेक्शन का भयंकर शौक है..... मम्मी जब तक रहीं उन्होंने कभी पहनने नहीं दिया आर्टिफिशल......और आलसी नं वन होने से रोज बदल बदल के स्कूल जाना बूते से बाहर रहा...बिटिया के लिए खरीदा... उसे बहुत शौक है... तरह तरह की इयरिंग्स का और अब आनलाइन देख देख कर खरीदते जाने का चस्का लग गया है.... ढेरो इकट्ठा हो गई हैं.... बहू भी शौकीन है तो मैं भी हिम्मत कर ले रही हूँ शौक पूरा करने का.....पतिदेव का तो यही कहना है "बूढ़ी घोड़ी लाल लगाम" 😣😣😏😏

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