बस इतनी सी प्रार्थना है तुमसे महादेव , कि जब भी जीवन में तुमसे बात करने आऊँ तो मेरी बात सुन लेना, मुस्कुरा देना और आंखों ही आंखों में कह देना कि, "जा मैं हूँ तेरे साथ" .....
_________________
मैं नादान . . .
सब कुछ हार कर भी आसमान की ओर देखती हूँ,,
इस उम्मीद में ____ कि वहाँ कोई है,,
जो इक रोज . . .
सब कुछ ठीक कर देगा.......
वक्त लगता है . . .
जीवन में कुछ करने के लिए,,
और जो वक्त से पहले करता है न,
वो कुछ वक्त के लिए रह जाता है..... समय भाग रहा है . . .
और साथ साथ हम भी भाग रहे हैं......
कभी कभी . . .
बारिश अकेले नहीं आती,,
वो अपने साथ ले लाती है . . .ढेर सारी यादें, आंसू ,
और अकेलापन 💔"
____________________________
महादेव ये जिंदगी आपने दी है,,संभालोगे भी आप"
"आशा नहीं,,विश्वास है "हर मुश्किल से निकालोगे भी आप"।
______________________
वो मेरी हर अनकही बातों को भी
बड़े ध्यान से . . .
'सुनता है.............
___________________
ओह ____
करीब पंद्रह वर्ष तो बीत चुके होंगे न इस तस्वीर को।
तस्वीर लेना भी जरूरी है . . .
क्योंकि कभी कभी बेवजह मुस्कुराने की वजह
जो मिल जाती है ❤️
💔
कभी कभी हमारे मन में क्या चल रहा होता है
ये ठीक से हमें भी नहीं पता होता,
बस कोई चाहिए . . .
जिसे बेझिझक सब बता सकें,,अच्छा या बुरा जो भी है . . . पर नहीं है कोई जो समझ सके, और हमें सुनें
और सुनता जाए 💔
___----------
कितने साल पर साल बीत जाते हैं न . . .
यह सोचते हुए कि बस कुछ वक़्त बाद सब सही होगा,
पर असल में . . .
सब सही फिर कभी नहीं होता...........
💔 _________ 💔
ओह . . ये कैसे दिन है . . ये कैसी जिंदगी है,,
जो बस एक जैसी गुज़र रही है हर रोज़.......
सब कुछ इतना ठहर सा क्यूँ गया है......
मैं इतना रुक सी क्यूँ गई हूँ........
न आगे ही बढ़ रही हूँ और न ही कुछ जी पा रही हूँ
___________________________
बस तारीखें बदलने के अलावा . .
कुछ क्यूं नहीं बदल रहा है जीवन में।💔
_________________
मैं ही क्यों सोचती रहती हूँ कि कहीं किसी को
बुरा न लग जाए,
और किसी को यह ख्याल . . .क्यों नहीं आता
कि मुझे भी बुरा लग सकता है...........
No comments:
Post a Comment