कुछ लोग और कुछ बेहद प्रिय चेहरे समय के साथ इतने बदल जाते हैं कि उन्हें आपाद मस्तक बदल जाना कहें तो ज्यादा सही होगा...🤔🤔.पहले जैसे चेहरे से कोई समानता ही नही रहती....शायद हमारे चेहरे भी ऐसे ही बदल जाते हैं....कहाँ क्या बदल जाता है?? समझ नहीं आता.....सब कुछ तो वही रहता है फिर भी....
दूसरों को देख कर लगता है कि वे बूढ़े दिखने लगे हैं....पर शायद हम भी वैसे ही दिखने लगे होंगे ये आभास ही नही होता.....या शायद हम ही ये मानने को दिल से तैयार ही नहीं होते.....कभी कभी याद आता है अपने बेटे का बचपन....वो मज़ाक में भी कहने पर रोने लगता था कि मम्मी तुम कभी बूढ़ी मत होना.....उसे कल्पना में भी अच्छा नही लगता था कि कभी मम्मी भी बूढ़ी हो जायेगी....😂😂😂
कुछ अनकहे पल ..कुछ अनकही बातें ......कुछ अनकहे दर्द कुछ अनकहे सुख ......बहुत कुछ ऐसा जो सिर्फ महसूस किया .....किसी से बांटा नहीं . ...बस इतना ही .......
लिखिए अपनी भाषा में
Thursday, April 8, 2021
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