हद है😏😏😏😏सवा सात बजे हैं और अभी घाघरा पुल पर से गुज़र रही है ट्रेन......!!!!!ऊपर की बर्थ पर की महिला अपने दोनों शैतान बच्चों को खाना खिलाने में जुट गई हैं.....जो खा कम रहे हैं "छींट"ज्यादा रहे हैं....गोंडा से ही लगातार कुछ न कुछ खाते चले आ रहे हैं....फिर भी माता जी उनके मुँह में ठूँसती ही जा रही हैं....
शायद उलटी करवा के ही मानेंगी.....गनीमत है मैं काफी दूर बैठी हूँ....और डर के मारे उधर देख नही रही....कि कहीं मैं ही न शुरू हो जाऊँ.....उनकी बर्थ के ठीक नीचे बैठे चार लोगो की सलामती के लिए दुआ कर रही हूँ.....भगवान ही मालिक है उनका....जल्दी से गोमती नगर आये....तो पीछा छूटे.....ये लो..पूरी बोतल उलट दी बन्दे ने.....उफ्फ्फ्फ़ ग़ज़ब की छीछा लेदर मच गई है......😣😣😣😣😣😣
कुछ अनकहे पल ..कुछ अनकही बातें ......कुछ अनकहे दर्द कुछ अनकहे सुख ......बहुत कुछ ऐसा जो सिर्फ महसूस किया .....किसी से बांटा नहीं . ...बस इतना ही .......
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Monday, March 22, 2021
2016 मार्च
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