कुछ अनकहे पल ..कुछ अनकही बातें ......कुछ अनकहे दर्द कुछ अनकहे सुख ......बहुत कुछ ऐसा जो सिर्फ महसूस किया .....किसी से बांटा नहीं . ...बस इतना ही .......
लिखिए अपनी भाषा में
Friday, July 17, 2015
यूँ ही....
कितना अच्छा होता कि हर इंसान की कहानी... हजारो दिक्कतें झेलते
हुए........ सैकड़ों मुसीबतें उठाने के बाद .... .दुःख दर्द से गुजरते
हुए.... इस वाक्य पर आकर ख़त्म होती..... .कि..... फिर वे सब सुख से रहने
लगे........ और फिर हम सब चैन से सो जाते ……
मन को छूने वाली पंक्तियाँ।
ReplyDeleteशुक्रिया....संजय जी ....अन्य ब्लॉगपोस्ट्स भी देखें...और प्रतिक्रिया दें.....
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